
फर्जी पार्सल स्कैम: 'कस्टम्स' या 'कूरियर ऑफिस' से आया कॉल मत उठाइए!
फर्जी पार्सल स्कैम: 'कस्टम्स' या 'कूरियर ऑफिस' से आया कॉल मत उठाइए!
Published on 23 Jun 2025
👤 Written by Ramesh Rathod
Courier Scam
Customs Fraud
Fake Parcel Call
Cybercrime
Hack Free Bharat
Phone Scam
Cyber Alert India
📞 यह स्कैम क्या है?
आपको एक कॉल या रिकॉर्डेड मैसेज आता है:
“एक संदिग्ध पार्सल आपके नाम से दर्ज है, जो कस्टम्स/कोरियर द्वारा रोका गया है।”
इसके बाद डराया जाता है:
पुलिस केस से
ड्रग्स या मनी लॉन्ड्रिंग आरोपों से
वीडियो कॉल पर पूछताछ और तत्काल भुगतान की मांग से
यह सब फर्जी होता है, मकसद सिर्फ आपसे पैसे या पर्सनल जानकारी लेना होता है।
🧠 सच्ची घटना:
पुणे के एक IT कर्मचारी से ₹1.2 लाख की ठगी हुई।
कॉलर ने कहा कि उनका आधार कार्ड एक ड्रग्स वाले पार्सल से लिंक है।
फिर खुद को "मुंबई साइबर सेल" का अधिकारी बताया और वीडियो कॉल पर वित्तीय जानकारी निकलवा ली।
🧪 यह स्कैम कैसे होता है?
स्टेप क्या होता है
1️⃣ कॉल आता है "आपके नाम से संदिग्ध पार्सल है"
2️⃣ कॉलर खुद को बताता है DHL, FedEx, कस्टम्स या पुलिस अधिकारी
3️⃣ वीडियो कॉल पर ले जाते हैं फेक साइबर ऑफिसर से
4️⃣ ऐप इंस्टॉल करवाते हैं AnyDesk, Skype, Zoom आदि
5️⃣ OTP, आधार, बैंक डिटेल लेकर पैसा या डेटा चोरी कर लेते हैं
⚠️ इन Red Flags से सावधान रहें:
आपने कोई पार्सल मंगाया ही नहीं
कॉल पर आधार, पैन मांगा जाता है
"अभी FIR दर्ज होगी", "अरेस्ट वारंट है" जैसी धमकी
अनजान ऐप्स इंस्टॉल करने को कहा जाए
“Verification” या “Clearance” के नाम पर पेमेंट मांगे जाएं
🛡️ कैसे बचें:
✅ तुरंत कॉल काटें — बातचीत न करें
✅ कोई ऐप इंस्टॉल न करें किसी के कहने पर
✅ OTP, आधार, पैन कभी शेयर न करें
✅ ऐसी घटनाओं को cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें
✅ परिवार को जागरूक करें — खासकर बुज़ुर्गों को
✅ निष्कर्ष:
यह स्कैम आपके डर और भ्रम का फायदा उठाता है।
ना कोई पुलिस अफसर, ना कस्टम ऑफिसर आपको पार्सल की धमकी देकर पैसे मांगता है।
🚫 किसी अजनबी कॉल का जवाब देने से पहले दो बार सोचें।
Hack Free Bharat के साथ जागरूक बनें, सुरक्षित रहें।
आपको एक कॉल या रिकॉर्डेड मैसेज आता है:
“एक संदिग्ध पार्सल आपके नाम से दर्ज है, जो कस्टम्स/कोरियर द्वारा रोका गया है।”
इसके बाद डराया जाता है:
पुलिस केस से
ड्रग्स या मनी लॉन्ड्रिंग आरोपों से
वीडियो कॉल पर पूछताछ और तत्काल भुगतान की मांग से
यह सब फर्जी होता है, मकसद सिर्फ आपसे पैसे या पर्सनल जानकारी लेना होता है।
🧠 सच्ची घटना:
पुणे के एक IT कर्मचारी से ₹1.2 लाख की ठगी हुई।
कॉलर ने कहा कि उनका आधार कार्ड एक ड्रग्स वाले पार्सल से लिंक है।
फिर खुद को "मुंबई साइबर सेल" का अधिकारी बताया और वीडियो कॉल पर वित्तीय जानकारी निकलवा ली।
🧪 यह स्कैम कैसे होता है?
स्टेप क्या होता है
1️⃣ कॉल आता है "आपके नाम से संदिग्ध पार्सल है"
2️⃣ कॉलर खुद को बताता है DHL, FedEx, कस्टम्स या पुलिस अधिकारी
3️⃣ वीडियो कॉल पर ले जाते हैं फेक साइबर ऑफिसर से
4️⃣ ऐप इंस्टॉल करवाते हैं AnyDesk, Skype, Zoom आदि
5️⃣ OTP, आधार, बैंक डिटेल लेकर पैसा या डेटा चोरी कर लेते हैं
⚠️ इन Red Flags से सावधान रहें:
आपने कोई पार्सल मंगाया ही नहीं
कॉल पर आधार, पैन मांगा जाता है
"अभी FIR दर्ज होगी", "अरेस्ट वारंट है" जैसी धमकी
अनजान ऐप्स इंस्टॉल करने को कहा जाए
“Verification” या “Clearance” के नाम पर पेमेंट मांगे जाएं
🛡️ कैसे बचें:
✅ तुरंत कॉल काटें — बातचीत न करें
✅ कोई ऐप इंस्टॉल न करें किसी के कहने पर
✅ OTP, आधार, पैन कभी शेयर न करें
✅ ऐसी घटनाओं को cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें
✅ परिवार को जागरूक करें — खासकर बुज़ुर्गों को
✅ निष्कर्ष:
यह स्कैम आपके डर और भ्रम का फायदा उठाता है।
ना कोई पुलिस अफसर, ना कस्टम ऑफिसर आपको पार्सल की धमकी देकर पैसे मांगता है।
🚫 किसी अजनबी कॉल का जवाब देने से पहले दो बार सोचें।
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