
फर्जी बैंक गारंटी से ₹183 करोड़ का सरकारी ठेका! जानिए कैसे हुआ ये हाई-टेक स्कैम
फर्जी बैंक गारंटी से ₹183 करोड़ का सरकारी ठेका! जानिए कैसे हुआ ये हाई-टेक स्कैम
Published on 23 Jun 2025
👤 Written by Ramesh Rathod
Financial Fraud
Fake Bank Guarantee
CBI Scam
Govt Contracts
Hack Free Bharat
Cyber Forgery
Digital Forensics
India
🕵️♂️ क्या हुआ था?
जून 2025:
CBI ने ₹183.21 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी घोटाले का पर्दाफाश किया।
इंदौर की एक कंपनी ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के नाम की नकली गारंटी दिखाकर ₹974 करोड़ के 3 सिंचाई प्रोजेक्ट का ठेका जीत लिया — मध्य प्रदेश जल निगम से।
✅ स्कैम में शामिल थे:
फर्जी मेल्स
डिजिटल फॉरजरी
PNB के एक सीनियर मैनेजर की मिलीभगत
कोलकाता का फर्जीवाड़ा सिंडिकेट
📍 CBI ने 23 ठिकानों पर छापे मारे और कई गिरफ्तारी की।
⚙️ यह स्कैम कैसे किया गया?
स्टेप विवरण
📧 नकली मेल भेजे गए बैंक जैसे दिखने वाले डोमेन से
🧾 फर्जी गारंटी डॉक्युमेंट टेंडर के समय सबमिट किया गया
🔍 सिर्फ डिजिटल कन्फर्मेशन पर भरोसा किया गया फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं हुआ
📝 कॉन्ट्रैक्ट पास बिना क्रॉस-जांच के मंज़ूरी मिल गई
⚠️ ऐसे स्कैम में ये रेड फ्लैग्स होते हैं:
बैंक डोमेन नाम थोड़ा सा बदला हुआ होता है
फिजिकल पेपर या बैंक विज़िट नहीं होती
लाखों-करोड़ों की मंजूरी बहुत जल्दी मिलती है
डिजिटल ईमेल कन्फर्मेशन पर अंधा विश्वास किया जाता है
🛡️ संस्थाओं को कैसे बचाया जा सकता है:
✅ बैंक गारंटी को सिर्फ मेल पर स्वीकृत न करें
✅ संबंधित बैंक शाखा से फिजिकल वेरिफिकेशन करें
✅ टीम को स्पूफ ईमेल पहचानने की ट्रेनिंग दें
✅ हर डॉक्युमेंट को बैंक चैनल से क्रॉस वेरिफाई करें
✅ संदेह होने पर CBI या साइबर क्राइम सेल को रिपोर्ट करें
📢 इस घोटाले का महत्व क्यों है?
यह सिर्फ एक सरकारी चूक नहीं — यह एक साइबर वॉर है।
आज स्कैमर फिशिंग से आगे बढ़कर Deep Forgery से करोड़ों का ठेका हथिया रहे हैं।
✅ हमें अब डिजिटल सत्यापन को मज़बूत करना होगा
✅ सरकारी और निजी संस्थाओं को मिलकर जागरूकता बढ़ानी होगी
✅ निष्कर्ष:
ऐसे स्कैम पब्लिक ट्रस्ट और टैक्सपेयर्स के पैसों दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं।
हर बैंक डॉक्युमेंट को ऑफिशियल चैनल से वेरीफाई करें
ईमेल डोमेन को सावधानी से चेक करें
कोई शक हो तो तुरंत रिपोर्ट करें
🔐 Hack Free Bharat के साथ जुड़ें और हाई-लेवल साइबर फ्रॉड के खिलाफ आवाज़ उठाएं।
जून 2025:
CBI ने ₹183.21 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी घोटाले का पर्दाफाश किया।
इंदौर की एक कंपनी ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के नाम की नकली गारंटी दिखाकर ₹974 करोड़ के 3 सिंचाई प्रोजेक्ट का ठेका जीत लिया — मध्य प्रदेश जल निगम से।
✅ स्कैम में शामिल थे:
फर्जी मेल्स
डिजिटल फॉरजरी
PNB के एक सीनियर मैनेजर की मिलीभगत
कोलकाता का फर्जीवाड़ा सिंडिकेट
📍 CBI ने 23 ठिकानों पर छापे मारे और कई गिरफ्तारी की।
⚙️ यह स्कैम कैसे किया गया?
स्टेप विवरण
📧 नकली मेल भेजे गए बैंक जैसे दिखने वाले डोमेन से
🧾 फर्जी गारंटी डॉक्युमेंट टेंडर के समय सबमिट किया गया
🔍 सिर्फ डिजिटल कन्फर्मेशन पर भरोसा किया गया फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं हुआ
📝 कॉन्ट्रैक्ट पास बिना क्रॉस-जांच के मंज़ूरी मिल गई
⚠️ ऐसे स्कैम में ये रेड फ्लैग्स होते हैं:
बैंक डोमेन नाम थोड़ा सा बदला हुआ होता है
फिजिकल पेपर या बैंक विज़िट नहीं होती
लाखों-करोड़ों की मंजूरी बहुत जल्दी मिलती है
डिजिटल ईमेल कन्फर्मेशन पर अंधा विश्वास किया जाता है
🛡️ संस्थाओं को कैसे बचाया जा सकता है:
✅ बैंक गारंटी को सिर्फ मेल पर स्वीकृत न करें
✅ संबंधित बैंक शाखा से फिजिकल वेरिफिकेशन करें
✅ टीम को स्पूफ ईमेल पहचानने की ट्रेनिंग दें
✅ हर डॉक्युमेंट को बैंक चैनल से क्रॉस वेरिफाई करें
✅ संदेह होने पर CBI या साइबर क्राइम सेल को रिपोर्ट करें
📢 इस घोटाले का महत्व क्यों है?
यह सिर्फ एक सरकारी चूक नहीं — यह एक साइबर वॉर है।
आज स्कैमर फिशिंग से आगे बढ़कर Deep Forgery से करोड़ों का ठेका हथिया रहे हैं।
✅ हमें अब डिजिटल सत्यापन को मज़बूत करना होगा
✅ सरकारी और निजी संस्थाओं को मिलकर जागरूकता बढ़ानी होगी
✅ निष्कर्ष:
ऐसे स्कैम पब्लिक ट्रस्ट और टैक्सपेयर्स के पैसों दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं।
हर बैंक डॉक्युमेंट को ऑफिशियल चैनल से वेरीफाई करें
ईमेल डोमेन को सावधानी से चेक करें
कोई शक हो तो तुरंत रिपोर्ट करें
🔐 Hack Free Bharat के साथ जुड़ें और हाई-लेवल साइबर फ्रॉड के खिलाफ आवाज़ उठाएं।