
बहुत सस्ता लग रहा है? सोचिए — कहीं यह शॉपिंग स्कैम तो नहीं!
बहुत सस्ता लग रहा है? सोचिए — कहीं यह शॉपिंग स्कैम तो नहीं!
Published on 23 Jun 2025
👤 Written by Ramesh Rathod
Online Shopping Scam
Fake Website
Instagram Ads
Facebook Fraud
Cyber Safety
Hack Free Bharat
Digital Deals
Ecommerce Fraud
📦 परिचय
क्या आपने कभी इंस्टाग्राम या फेसबुक पर ₹299 में हुडी, जूते या घड़ी देखी है?
या फिर किसी वेबसाइट पर iPhone पर 80% छूट?
बहुत अच्छा लग सकता है… लेकिन यह एक जाल है।
आजकल नकली शॉपिंग वेबसाइट्स और फर्जी Instagram/Facebook Ads भारत में साइबर ठगी का सबसे सामान्य तरीका बन चुके हैं — खासकर त्योहारों और सेल सीज़न के दौरान।
🚨 स्कैम कैसे होता है?
स्कैमर नकली ई-कॉमर्स साइट या इंस्टा पेज बनाते हैं
असली प्रोडक्ट की तस्वीरें चुराकर दिखाते हैं
भारी छूट देकर ग्राहकों को फँसाते हैं
पेमेंट लेने के बाद गायब हो जाते हैं
या तो नकली/टूटा हुआ सामान भेजते हैं — या कुछ भी नहीं
⚠️ कैसे पहचानें फर्जी शॉपिंग साइट को?
🚩 80–90% तक की असामान्य छूट
🚩 “Cash on Delivery” का ऑप्शन नहीं होता
🚩 वेबसाइट पर कोई फिजिकल पता या सपोर्ट नहीं
🚩 लिंक टूटे हुए या नकली रिव्यू
🚩 डोमेन नाम ब्रांड जैसा दिखता है (जैसे: amaz0n-sale.in)
🔍 सच्चा मामला:
नागपुर के एक कॉलेज छात्र ने इंस्टाग्राम पेज से ₹799 में जूते मंगवाए।
पेमेंट के बाद पेज गायब हो गया।
कोई रिप्लाई नहीं, न प्रोडक्ट — न रिफंड। सिर्फ नुकसान।
🛡️ कैसे खरीदारी करें समझदारी से?
✅ वेबसाइट का डोमेन ध्यान से देखें
✅ संभव हो तो Cash on Delivery (COD) चुनें
✅ पर्सनल UPI ID पर पेमेंट न करें
✅ नई वेबसाइट को Google पर सर्च करके रिव्यू पढ़ें
✅ डेबिट कार्ड या UPI की बजाय क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें
✅ वेबसाइट लिंक को virustotal.com पर स्कैन करें
📢 Hack Free Bharat की सलाह:
🛑 खरीदने से पहले:
✔ वेबसाइट का ट्रस्ट स्कोर जांचें
✔ संदेहास्पद पेज या ऐड्स को रिपोर्ट करें
✔ दूसरों को भी जागरूक करें कि खरीदारी से पहले जांच ज़रूरी है
✅ निष्कर्ष:
स्कैमर प्रोडक्ट नहीं बेचते — झूठ बेचते हैं।
👇
सस्ता दिखे तो जरा सोचिए...
सावधानी रखिए, ठगी से बचिए।
🛍️ समझदारी से शॉपिंग करें। Hack Free Bharat के साथ जागरूक रहें।
क्या आपने कभी इंस्टाग्राम या फेसबुक पर ₹299 में हुडी, जूते या घड़ी देखी है?
या फिर किसी वेबसाइट पर iPhone पर 80% छूट?
बहुत अच्छा लग सकता है… लेकिन यह एक जाल है।
आजकल नकली शॉपिंग वेबसाइट्स और फर्जी Instagram/Facebook Ads भारत में साइबर ठगी का सबसे सामान्य तरीका बन चुके हैं — खासकर त्योहारों और सेल सीज़न के दौरान।
🚨 स्कैम कैसे होता है?
स्कैमर नकली ई-कॉमर्स साइट या इंस्टा पेज बनाते हैं
असली प्रोडक्ट की तस्वीरें चुराकर दिखाते हैं
भारी छूट देकर ग्राहकों को फँसाते हैं
पेमेंट लेने के बाद गायब हो जाते हैं
या तो नकली/टूटा हुआ सामान भेजते हैं — या कुछ भी नहीं
⚠️ कैसे पहचानें फर्जी शॉपिंग साइट को?
🚩 80–90% तक की असामान्य छूट
🚩 “Cash on Delivery” का ऑप्शन नहीं होता
🚩 वेबसाइट पर कोई फिजिकल पता या सपोर्ट नहीं
🚩 लिंक टूटे हुए या नकली रिव्यू
🚩 डोमेन नाम ब्रांड जैसा दिखता है (जैसे: amaz0n-sale.in)
🔍 सच्चा मामला:
नागपुर के एक कॉलेज छात्र ने इंस्टाग्राम पेज से ₹799 में जूते मंगवाए।
पेमेंट के बाद पेज गायब हो गया।
कोई रिप्लाई नहीं, न प्रोडक्ट — न रिफंड। सिर्फ नुकसान।
🛡️ कैसे खरीदारी करें समझदारी से?
✅ वेबसाइट का डोमेन ध्यान से देखें
✅ संभव हो तो Cash on Delivery (COD) चुनें
✅ पर्सनल UPI ID पर पेमेंट न करें
✅ नई वेबसाइट को Google पर सर्च करके रिव्यू पढ़ें
✅ डेबिट कार्ड या UPI की बजाय क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें
✅ वेबसाइट लिंक को virustotal.com पर स्कैन करें
📢 Hack Free Bharat की सलाह:
🛑 खरीदने से पहले:
✔ वेबसाइट का ट्रस्ट स्कोर जांचें
✔ संदेहास्पद पेज या ऐड्स को रिपोर्ट करें
✔ दूसरों को भी जागरूक करें कि खरीदारी से पहले जांच ज़रूरी है
✅ निष्कर्ष:
स्कैमर प्रोडक्ट नहीं बेचते — झूठ बेचते हैं।
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सस्ता दिखे तो जरा सोचिए...
सावधानी रखिए, ठगी से बचिए।
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